TERA FITOOR LYRICS IN HINDI – Arijit Singh | Genius movie Song |
Tera Fitoor lyrics in Hindi from movie Genius sung by Arijit Singh. The song Tera Fitoor is picturized on Utkarsh Sharma and Ishita Chauhan. The melodious song is composed by Himesh Reshammiya and the lyrics are penned by Kumaar. Arijit Sing’s soulful voice, Himesh Reshammiya’s mesmerizing music and Kummar’s lyrics have made this song a beautiful romantic song, which you’ll love to listen in this monsoon season.
Song Title: Tera Fitoor
Movie: Genius
Singer: Arijit Singh
Lyrics: Kumaar
Music: Himesh Reshammiya
Music Label: Tips Music
Movie: Genius
Singer: Arijit Singh
Lyrics: Kumaar
Music: Himesh Reshammiya
Music Label: Tips Music
TERA FITOOR LYRICS IN HINDI
तेरा फ़ितूर जब से चढ़ गया रे
तेरा फ़ितूर जब से चढ़ गया रे
इश्क़ जो ज़रा सा था वो बढ़ गया रे
तेरा फ़ितूर जब से चढ़ गया रे
तेरा फ़ितूर जब से चढ़ गया रे
इश्क़ जो ज़रा सा था वो बढ़ गया रे
तेरा फ़ितूर जब से चढ़ गया रे
तू जो मेरे संग चलने लगे
तो मेरी राहें धड़कने लगे
देखूँ जो ना इक पल मैं तुम्हें
तो मेरी बाहें तड़पने लगे
इश्क़ जो ज़रा सा था वो बढ़ गया रे
तो मेरी राहें धड़कने लगे
देखूँ जो ना इक पल मैं तुम्हें
तो मेरी बाहें तड़पने लगे
इश्क़ जो ज़रा सा था वो बढ़ गया रे
तेरा फ़ितूर जब से चढ़ गया रे
तेरा फ़ितूर जब से चढ़ गया रे
तेरा फ़ितूर जब से चढ़ गया रे
हाथों से लकीरें यही कहती है
के ज़िंदगी जो है मेरी
तुझी में अब रहती है
के ज़िंदगी जो है मेरी
तुझी में अब रहती है
लबों पे लिखी है मेरे दिल की ख़्वाहिश
लफ़्ज़ों में कैसे मैं बताऊँ
इक तुझको ही पाने की ख़ातिर
सबसे जुदा मैं हो जाऊँ
लफ़्ज़ों में कैसे मैं बताऊँ
इक तुझको ही पाने की ख़ातिर
सबसे जुदा मैं हो जाऊँ
कल तक मैंने जो भी ख़्वाब थे देखे
तुझमें वो दिखने लगे
इश्क़ जो ज़रा सा था वो बढ़ गया रे
तुझमें वो दिखने लगे
इश्क़ जो ज़रा सा था वो बढ़ गया रे
तेरा फ़ितूर जब से चढ़ गया रे
तेरा फ़ितूर जब से चढ़ गया रे
तेरा फ़ितूर जब से चढ़ गया रे
सासों के किनारे बड़े तनहा थे
तू आ के इन्हें छू ले बस
यही तो मेरे अरमां थे
तू आ के इन्हें छू ले बस
यही तो मेरे अरमां थे
सारी दुनिया से मुझे क्या लेना है
बस तुझको ही पहचानू
मुझको ना मेरी अब ख़बर हो कोई
तुझसे ही खुदको मैं जानू
रातें नहीं कटती बेचैन से होके
दिन भी गुज़रने लगे
इश्क़ जो ज़रा सा था वो बढ़ गया रे
बस तुझको ही पहचानू
मुझको ना मेरी अब ख़बर हो कोई
तुझसे ही खुदको मैं जानू
रातें नहीं कटती बेचैन से होके
दिन भी गुज़रने लगे
इश्क़ जो ज़रा सा था वो बढ़ गया रे
तेरा फ़ितूर जब से चढ़ गया रे
तेरा फ़ितूर जब से चढ़ गया रे
तेरा फ़ितूर जब से चढ़ गया रे
आ..